मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 24 और 25 फरवरी 2025 को आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS-2025) राज्य के आर्थिक और औद्योगिक विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने जा रही है। इस समिट का उद्देश्य राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करना, रोजगार के नए अवसर सृजित करना और मध्य प्रदेश को एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करना है।
समिट की प्रमुख विशेषताएँ
अंतर्राष्ट्रीय सहभागिता
समिट में लगभग 60 देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है, जिसमें 13 राजदूत, 6 उच्चायुक्त और कई महावाणिज्यदूत शामिल हैं। प्रमुख देशों में जर्मनी, जापान, स्विट्जरलैंड, मलेशिया, यूनाइटेड किंगडम, पोलैंड, नीदरलैंड, कनाडा, नेपाल, मोरक्को, जिम्बाब्वे, अंगोला, बुर्किनाफासो, रवांडा, सेशेल्स, जमैका, लेसोथो और युगांडा शामिल हैं।
प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भागीदारी
विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर ऑगस्टे तानो कौमे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल समिट में भाग लेगा। इसके अलावा, निवेश संवर्धन एजेंसियों के संगठन (WAIPA) के उप कार्यकारी निदेशक दुष्यंत ठाकोर भी उपस्थित रहेंगे।
द्विपक्षीय वाणिज्य मंडलों का सहयोग
इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स (IGCC) के प्रबंध निदेशक स्टीफन हालुसा, सिंगापुर इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SICCI) के अध्यक्ष मनीष त्रिपाठी, कोरिया में भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स (ICCK) के चेयरमैन रमेश अय्यर, इंडो-पोलिश चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (IPCCI) के अध्यक्ष जे.जे. सिंह और इंडिया-जिबूती चैंबर ऑफ कॉमर्स (IDCC) के प्रतिनिधि समिट में शामिल होंगे।
उच्चस्तरीय सरकारी प्रतिनिधिमंडल
रूस के उल्यानोवस्क क्षेत्र के गवर्नर रुस्किख अलेक्सई युरेविच और जिम्बाब्वे के उद्योग और वाणिज्य उप मंत्री राज मोदी अपने-अपने देशों के प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने यूके, जर्मनी और जापान में रोड शो आयोजित किए, जिससे अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के बीच मध्य प्रदेश के प्रति रुचि बढ़ी है।
समिट के प्रमुख सत्र
समिट में विभिन्न क्षेत्रों पर केंद्रित सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
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टेक्सटाइल और मैन्युफैक्चरिंग: इस सत्र में टीडब्ल्यूई ओबीटी प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ इंगो सोलर, एईपीसी के महासचिव मिथिलेश्वर ठाकुर, आरएसडब्ल्यूएम लिमिटेड के चेयरमैन रिजू झुनझुनवाला, सेखानी ग्रुप ऑफ कंपनीज के निदेशक रीनिश सेखानी और प्रतिभा सिंटेक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्रेयास्कर चौधरी जैसे उद्योगपति अपने विचार साझा करेंगे।
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हेल्थकेयर और फार्मा: इस सत्र में सहजना एंड मेडिकल टेक्नोलॉजीज के उपाध्यक्ष चिब्बर, इन्वॉल्यूशन हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक गौरव अग्रवाल, बायोमेरियू इंडिया के प्रमुख बिवाश चक्रवर्ती, सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ग्लोबल हेड ऑपरेशंस राहुल अवस्थी और आईपीसीए लेबोरेट्रीज के प्रबंध निदेशक अजीत कुमार जैन शामिल होंगे।
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नवकरणीय ऊर्जा और ग्रीन टेक्नोलॉजी: इस सत्र में टाटा पावर के दीपेश नंदा, ओ2 पावर के पराग शर्मा, अवाडा एनर्जी के विनीत मित्तल, रिन्यू पावर के सुमंत सिन्हा, जिंदल के अमित मित्तल, वारी एनर्जी के पंकज दोशी, ग्रीनको के अनिल कुमार चेलमुनशेट्टी और एसईसीआई के चेयरमैन रामेश्वर गुप्ता जैसे प्रमुख निवेशक राज्य में नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में नए अवसरों पर चर्चा करेंगे।
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कृषि और खाद्य प्रसंस्करण: इस सत्र में आईटीसी एग्री बिजनेस डिवीजन के गणेश के. सुंदररमन, पेप्सिको इंडिया के अनुकूल जोश, ग्रीन ग्रेन के प्रतीक शर्मा और आईएफसी वर्ल्ड बैंक के विजयसैकर कलवकोंडा निवेश और विकास की संभावनाओं पर विचार करेंगे।
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स्टार्टअप्स और नवाचार: इस सत्र में इनोगुरु के संस्थापक एवं सीईओ वैदंत जैन, स्टार्टअप मिडिल ईस्ट के संस्थापक एवं सीईओ सिबी सुधाकरण, दुबई स्थित सैव की संस्थापक पूर्वी मुनोत, एम-कैफीन एवं हाइफेन के सह-संस्थापक तरुण शर्मा और स्किल्स के चांसलर सिद्धार्थ चतुर्वेदी जैसे युवा उद्यमी और निवेशक इस क्षेत्र में नए अवसरों पर मंथन करेंगे।
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वित्त एवं निवेश: इस सत्र में बीम्स फिनटेक के संस्थापक अनुज गोलेचा, एक्वानिमिटी मैनेजमेंट सर्विसेज एलएलपी के प्रबंध भागीदार राजेश सहगल, आईटीआई ग्रोथ फंड के जनरल पार्टनर मोहित गुलाटी, यूनिकॉर्न इंडिया वेंचर्स के प्रबंध भागीदार भास्कर मजूमदार और डन एंड ब्रैडस्ट्रीट इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं