हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में हाल ही में हुई भारी बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लगातार दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
भूतनाथ नाले में वाहनों का बहाव
कुल्लू के भूतनाथ नाले में अचानक जलस्तर बढ़ने से कई वाहन बह गए। स्थानीय निवासियों द्वारा साझा किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि तेज बहाव के कारण सड़क किनारे खड़ी गाड़ियाँ पानी में बह रही हैं। यह घटना क्षेत्र में सुरक्षा उपायों की कमी और अचानक बाढ़ की संभावनाओं के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को दर्शाती है।
गांधी नगर में मलबे में दबी गाड़ियाँ
गांधी नगर क्षेत्र में भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ, जिससे मलबा सड़कों पर आ गया और कई वाहन उसमें दब गए। स्थानीय प्रशासन और बचाव दल मलबे में फंसे वाहनों को निकालने और सड़कों को साफ करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। हालांकि, लगातार बारिश के कारण बचाव कार्यों में बाधा आ रही है।
सड़कों और राजमार्गों पर प्रभाव
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई प्रमुख सड़कों पर यातायात बाधित हुआ है। मंडी जिले के ओट क्षेत्र में भूस्खलन के कारण यह राजमार्ग बंद हो गया है, जिससे लंबा जाम लग गया है और यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। फोरलेन निर्माण में लगी कंपनियाँ मलबा हटाने के कार्य में जुटी हैं, लेकिन मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण कार्य में देरी हो रही है।
स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों की बंदी
भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थितियों को देखते हुए कुल्लू, शिमला, चंबा, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और अधिक बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। मंडी, कांगड़ा, कुल्लू और चंबा जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की गई है। लाहौल-स्पीति में भी भारी बर्फबारी की संभावना है। निवासियों और पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें, अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और बचाव कार्य
स्थानीय प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। भूस्खलन से बाधित सड़कों को खोलने, मलबा हटाने और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास जारी हैं। हालांकि, लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण बचाव कार्यों में चुनौतियाँ आ रही हैं।
नागरिकों के लिए सलाह
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे नदी-नालों से दूर रहें, भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में न जाएँ, और मौसम की जानकारी नियमित रूप से प्राप्त करें। आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
निष्कर्ष
कुल्लू जिले में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति गंभीर है, और प्रशासन सभी आवश्यक कदम उठा रहा है ताकि जनहानि और संपत्ति के नुकसान को कम किया जा सके। नागरिकों का सहयोग और सतर्कता इस समय अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि इस प्राकृतिक आपदा का सामना सफलतापूर्वक किया जा सके।