प्रस्तावना
दुनिया की अग्रणी प्रौद्योगिकी कंपनियों में से एक, एप्पल, अब अपने विनिर्माण आधार को भारत में तेजी से विस्तारित कर रही है। एप्पल के इस निर्णय का उद्देश्य उत्पादन लागत को कम करना, आपूर्ति श्रृंखला में विविधता लाना और भारतीय बाजार में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाना है।
भारत में एप्पल की विनिर्माण यात्रा
एप्पल ने भारत में अपने विनिर्माण कार्यों की शुरुआत 2017 में की थी, जब उसने अपने लोकप्रिय iPhone SE मॉडल का उत्पादन बेंगलुरु में स्थित विस्ट्रॉन कॉर्पोरेशन के संयंत्र में शुरू किया। तब से, एप्पल ने भारत में अपने उत्पादन को लगातार बढ़ाया है और अब फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन जैसी वैश्विक कंपनियों के साथ साझेदारी कर रही है।
भारत में उत्पादन का विस्तार
भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव’ (PLI) योजनाओं के तहत एप्पल ने भारत में अपने उत्पादन को विस्तार देने की योजना बनाई है। इसके तहत:
- iPhone उत्पादन: एप्पल ने iPhone 12, iPhone 13 और iPhone 14 मॉडल्स के उत्पादन को भारत में स्थानांतरित किया है।
- स्थानीय उत्पादन बढ़ाना: भारत में उत्पादन करने से एप्पल को आयात शुल्क बचाने और लागत प्रभावी मूल्य निर्धारण करने में सहायता मिलती है।
- फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन की भागीदारी: इन कंपनियों के जरिए एप्पल भारत में iPhones और अन्य उत्पादों का उत्पादन कर रही है।
भारत में एप्पल के निवेश
एप्पल ने भारत में अपने विनिर्माण और अनुसंधान एवं विकास (R&D) केंद्रों के विस्तार के लिए भारी निवेश किया है।
- नए संयंत्रों की स्थापना: तमिलनाडु, कर्नाटक और महाराष्ट्र में नए उत्पादन संयंत्रों की स्थापना की गई है।
- स्थानीय रोजगार में वृद्धि: एप्पल के इस विस्तार से भारत में हजारों नौकरियां सृजित हो रही हैं।
- वेंडर नेटवर्क का विस्तार: एप्पल ने भारतीय कंपनियों को भी अपने आपूर्ति श्रृंखला में शामिल करना शुरू कर दिया है।
भारत में एप्पल स्टोर्स का विस्तार
2023 में, एप्पल ने मुंबई और दिल्ली में अपने पहले आधिकारिक रिटेल स्टोर्स खोले। यह भारत में एप्पल की लंबी अवधि की रणनीति का हिस्सा है।
- प्रत्यक्ष बिक्री: एप्पल अब ग्राहकों को सीधे अपने उत्पाद बेच सकता है, जिससे उसकी लाभप्रदता बढ़ेगी।
- ग्राहक अनुभव सुधार: एप्पल स्टोर्स में ग्राहकों को उच्च-गुणवत्ता वाली सेवा और उत्पादों की विस्तृत रेंज मिलती है।
भारत में उत्पादन विस्तार के लाभ
एप्पल के इस विस्तार से कई लाभ होंगे:
- भारतीय उपभोक्ताओं के लिए कीमतों में कमी: स्थानीय उत्पादन के चलते उत्पादों की कीमतों में कटौती संभव हो सकती है।
- वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में विविधता: चीन पर निर्भरता कम करने के लिए एप्पल भारत में विनिर्माण बढ़ा रहा है।
- स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: नए संयंत्र और रोजगार के अवसर भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे।
- भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने में योगदान: एप्पल का विस्तार अन्य टेक कंपनियों को भी भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
भविष्य की योजनाएँ
एप्पल भारत में अपने उत्पादन को और बढ़ाने की योजना बना रहा है।
- iPad और MacBook उत्पादन: एप्पल भविष्य में भारत में अपने अन्य उत्पादों जैसे iPads और MacBooks का निर्माण शुरू कर सकता है।
- नवाचार और अनुसंधान केंद्र: एप्पल भारत में R&D केंद्र स्थापित करने पर विचार कर रहा है।
- निर्यात में वृद्धि: भारत में बने एप्पल उत्पादों को वैश्विक बाजारों में निर्यात करने की योजना बनाई जा रही है।
निष्कर्ष
एप्पल का भारत में विनिर्माण विस्तार न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था के लिए भी एक बड़ा अवसर है। यह भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और भारतीय उपभोक्ताओं को अधिक किफायती और आसानी से उपलब्ध एप्पल उत्पादों तक पहुंच प्रदान करेगा।